सुषमा स्वराज ने अपने विदेश मंत्री रहते न जाने कितने परिवारों को विदेशों में मदद की थी, ये हर कोई जानता है
सुषमा स्वराज ने अपने विदेश मंत्री रहते न जाने कितने परिवारों को विदेशों में मदद की थी, ये हर कोई जानता है। लेकिन सोनू का मामला केवल वीजा या पासपोर्ट दिलवाने भर का नहीं था और न ही सोनू कहीं फंसा हुआ था। उसका किडनेप हुआ था और 6 साल बाद उसे बांग्लादेश में ढूंढकर भारत लाने में सुषमा स्वराज की अहम भूमिका रही। इसके लिए उन्होंने टीवी 18 से जुड़े तीन पत्रकारों को ट्वीट करके धन्यवाद दिया था और आज वो तीनों पत्रकार सुषमा को याद कर रहे हैं।
दरअसल, सोनू दिल्ली से 2010 में किडनेप हुआ था, 2016 में टीवी 18 (पूर्व में आईबीएन) ने इसे मुहिम बनाया। उस समय विदेश विभाग की बीट देख रहे प्रणय उपाध्याय, एंकर और इनपुट हेड सुमित अवस्थी और असाइनमेंट हेड किरणदीप इस मुहिम के चलते सुषमा के संपर्क में आए और सुषमा ने बांग्लादेश के जैसोर के एक शेल्टर होम से सोनू को वापस दिल्ली लाने में अहम भूमिका निभाई। उसका डीएनए टेस्ट तक करवाया।
तब सुषमा ने उन तीनों पत्रकारों को टैग करते हुए एक धन्यवाद ट्वीट किया था, ’Thank u @awasthis @JournoPranay @raydeep and friends in the media who brought this matter to my notice on 24th May.’। अब सुमित अवस्थी एबीपी में हैं, लेकिन सुषमा के उसी ट्वीट को उन्होंने शेयर करते हुए पुरानी यादें ताजा की हैं।
#सुषमास्वराज जी का?वो ट्विट है जब उन्होंने मुझे और सहयोगियों को शुक्रिया अदा किया था! ये बात जून 2016 की है। तब मैं @News18India में था और हमने @JournoPranay के साथ मिलकर #सोनू को भारत वापस लाने की मुहिम शुरू की थी! सोनू के भारत आने पर @SushmaSwaraj जी ने हमें शुक्रिया बोला ? pic.twitter.com/QSaqENdvqQ
— Sumit Awasthi (@awasthis) August 7, 2019
वहीं, किरणदीप और आजकल एबीपी न्यूज के साथ काम कर रहे प्रणय उपाध्याय ने भी ट्वीट कर सुषमा स्वराज को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। किरणदीप और प्रणय उपाध्याय के ट्वीट आप यहां देख सकते हैं-
May the spirit she kindled in @MEAIndia
— Pranay Upadhyaya (@JournoPranay) August 7, 2019
to help #Indians in distress remain forever and grow stronger @MEAIndia.
Remembering #SushmaSwaraj ??? https://t.co/I6IjeK5FSr
बता दें कि ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया’ (SPNI) के साथ निमिषा पांडे की यह दूसरी पारी है। वर्तमान में वह ‘जी5’ (Zee5) में चीफ कंटेंट ऑफिसर (Hindi Originals) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं
निमिषा पांडे ‘सोनी सब’ (Sony SAB) के साथ बतौर प्रोग्रामिंग हेड जल्द अपनी नई पारी शुरू करने जा रही हैं। सूत्रों ने हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) से इस खबर की पुष्टि की है।
निमिषा पांडे के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वर्तमान में वह डिजिटल एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म ‘जी5’ (Zee5) में चीफ कंटेंट ऑफिसर (Hindi Originals) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। उन्होंने यहां पर जनवरी 2021 में जॉइन किया था।
बता दें कि ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया’ (SPNI) के साथ निमिषा पांडे की यह दूसरी पारी है। ‘फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (FTII) की छात्रा रह चुकीं निमिषा को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह विभिन्न मीडिया कंपनियों में अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
निमिषा ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2004 में ‘सोनी एंटरटेनमेंट’ में एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर के तौर पर की थी। पूर्व में वह ‘4 Lions Films’ और ‘Firework Productions’ जैसे प्रमुख प्रॉडक्शन हाउसेज के साथ भी जुड़ी रही हैं।
प्रसार भारती ने कॉपी एडिटर के पद पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। योग्य उम्मीदवारों से इस पद के लिए पूर्णकालिक अनुबंध के आधार पर आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं।
प्रसार भारती ने कॉपी एडिटर के पद पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। योग्य उम्मीदवारों से इस पद के लिए पूर्णकालिक अनुबंध के आधार पर आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस भर्ती में 03 पद (2 दूरदर्शन और 1 आकाशवाणी) पर भर्ती की जाएगी। चयनित उम्मीदवारों को प्रति माह 35,000 रुपये का फिक्स्ड वेतन मिलेगा। चयन प्रक्रिया टेस्ट और/या इंटरव्यू के आधार पर की जाएगी।
कार्यस्थल:
चयनित उम्मीदवारों की पोस्टिंग शिलॉन्ग में दूरदर्शन और आकाशवाणी कार्यालय में होगी।
योग्यता और अनुभव:
कॉपी एडिटर पद के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए और मुख्यधारा की मीडिया में कम से कम 5 साल का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा, पत्रकारिता/मास कम्युनिकेशन या संबंधित क्षेत्र में डिग्री या पीजी डिप्लोमा और 3 साल का अनुभव रखने वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों को हिंदी/अंग्रेजी और खासी/अंग्रेजी भाषाओं में प्रवीणता होनी चाहिए।
वांछनीय योग्यताएं:
- सर्च इंजन और सोशल मीडिया का उपयोग करने का अनुभव
- क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और समसामयिक घटनाओं की अच्छी जानकारी
वेतनमान:
चयनित उम्मीदवारों को प्रति माह 35,000 रुपये का फिक्स्ड वेतन दिया जाएगा।
आयु सीमा:
उम्मीदवार की आयु 35 वर्ष से कम होनी चाहिए।
चयन प्रक्रिया:
चयन प्रक्रिया टेस्ट और/या इंटरव्यू पर आधारित होगी। टेस्ट/इंटरव्यू के लिए उम्मीदवारों को कोई यात्रा भत्ता (TA/DA) नहीं दिया जाएगा।
ऐसे करें आवेदन:
इच्छुक उम्मीदवारों को प्रसार भारती की आधिकारिक वेबसाइट (https://applications.prasarbharati.org) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अधिसूचना जारी (04-10-2024) होने के 15 दिनों के भीतर आवेदन जमा करना अनिवार्य है। आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्व-सत्यापित प्रतियां अपलोड करनी होंगी। अन्य माध्यम से प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
अगर आवेदन जमा करने में कोई समस्या होती है, तो hrcpbs@prasarbharati.gov.in पर स्क्रीनशॉट के साथ ईमेल भेजें।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें।
https://prasarbharati.gov.in/wp-content/uploads/2024/10/Copy-Editor-RNU-Shilong.pdf
'टीवी9 भारतवर्ष' के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े पत्रकार अमित राय के प्रमोशन की खबर है।
'टीवी9 भारतवर्ष' के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े पत्रकार अमित राय के प्रमोशन की खबर है। उन्हें अब एसोसिएट एडिटर बनाया गया है। अभी तक वह एसोसिएट एडिटर की जिम्मेदारी संभाले हुए थे।
जून, 2023 में ‘आजतक’ के डिजिटल न्यूज पोर्टल से विदाई लेकर अमित राय 'टीवी9 भारतवर्ष' जुड़े थे।
अक्टूबर 2018 में अमित राय ने 'आजतक' का डिजिटल प्लेटफॉर्म बतौर असिसटेंट एडिटर जॉइन किया था। उनके बेहतरीन काम को देखते हुए मैनेजमेंट ने बाद में उन्हें सीनियर असिसटेंट एडिटर बना दिया था। 'आजतक' में उनका योगदान डिजिटल और असाइनमेंट के बीच पूल का काम करना, सभी सेक्शन के बीच कोऑर्डिनेशन, फॉरवर्ड प्लानिंग को आकार देना, टीम मैनेजमेंट, क्राइम, पॉलिटिक्स और सिनेमा पर लिखना समेत बड़े प्लान को एक्जिक्यूट कराना था। वह 'आजतक' हिंदी दैनिक ‘नवभारत टाइम्स’ से आए थे, जहां वह लंबे समय से कार्यरत थे।
2005 में ‘जनसत्ता’ से ट्रेनी के तौर पर अपने पत्रकारिता का सफर शुरू करने वाले अमित राय ने यहां करीब एक साल तक अपना योगदान दिया और इसके बाद 2006 में वह ‘अमर उजाला’ आ गए। जहां उन्होंने जूनियर सब एडिटर के तौर पर अपनी पारी को आगे बढ़ाया। सितंबर, 2007 में वह ‘नवभारत टाइम्स’ से जुड़ गए। ‘नवभारत टाइम्स’ के साथ उनका लंबा सफर, 15 अक्टूबर 2018 को थमा। इन 11 वर्षों में उन्हें कुल 4 प्रोमोशन मिले। कॉपी एडिटर के तौर पर उन्होंने यहां अपनी पारी शुरू की और अंत में डिप्टी मेट्रो एडिटर के तौर पर अपनी पारी पर विराम लगाया। अंत में वह एनबीटी में पेज-1, ऑनलाइन,महानगर से कोआर्डिनेट करने के साथ-साथ एनसीआर आउटपुट हेड की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
काम के प्रति समर्पण को देखते हुए उन्हें आउट ऑफ टर्न उपलब्धियां भी मिलीं। न्यूज सेंस, मेहनत, कम्युनिकेशन और टीम को साथ लेकर चलना उनकी सबसे बड़ी खासियत रही है। एनबीटी में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें कई बार बेस्ट एम्प्लॉयी का खिताब भी मिला। लिहाजा उनके काम को देखते हुए नवभारत टाइम्स ने समय-समय पर कई अन्य जिम्मेदारियां भी सौंपी। एनबीटी के राइजिंग के प्रोग्राम में, नोटबंदी के बाद के हालात पर आयोजित सेमिनार में उन्होंने एंकरिंग की भूमिका भी निभाई। इसके अतिरिक्त एनबीटी मुशायरे में भी उन्हें मंच संचालन का मौका मिला।
दिल्ली में हो रहे ‘वी वीमेन वांट’ (We Women Want) के वार्षिक फेस्टिवल और अवॉर्ड्स में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि होंगे, जबकि दिल्ली की सीएम आतिशी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) के अंग्रेजी न्यूज चैनल 'न्यूजएक्स' (NewsX) द्वारा विशुद्ध रूप से महिलाओं पर केंद्रित पहल ‘वी वीमेन वांट’ (We Women Want) के दिल्ली एडिशन के वार्षिक फेस्टिवल और अवॉर्ड्स 2024 का आयोजन दिल्ली में किया जा रहा है।
14 अक्टूबर को दिल्ली के होटल ताज एम्बेसडर में सुबह 10 बजे से शुरू हुए इस आयोजन में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि होंगे, जबकि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट महिलाओं का सम्मान करना और उनके योगदान को सराहना है। इसमें कई प्रमुख हस्तियां और प्रेरणादायक महिलाएं शामिल होंगी, जो अपने-अपने क्षेत्रों में अग्रणी हैं।
कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों में महिला सशक्तिकरण और उनके योगदान पर चर्चा की जाएगी और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा दिखाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।
यह एक बेहतरीन मौका होगा, जहां महिलाएं एक मंच पर आकर अपनी सफलताओं को साझा करेंगी और समाज में बदलाव लाने की प्रेरणा देंगी। कार्यक्रम में महिलाओं के अद्वितीय योगदान को सराहने और उनके अनुभवों से सीखने का अवसर मिलेगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) कथित तौर पर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए चर्चा कर रही है
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) कथित तौर पर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए चर्चा कर रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आयी है।
सूत्रों ने कहा कि यह संभावित अधिग्रहण रिलायंस ग्रुप द्वारा अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और मनोरंजन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक कदम प्रतीत होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सारेगामा (RPSG ग्रुप का म्यूजिक लेबल) भी धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सेदारी खरीदने की बातचीत में शामिल है। सारेगामा ने धर्मा प्रोडक्शन्स की कीमत करीब 600 करोड़ रुपये आंकी है, जबकि कंपनी का राजस्व 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
यह खबर उस समय सामने आयी है जब धर्मा प्रोडक्शन्स का शुद्ध लाभ (profit after tax) में गिरावट देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) में कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर 10.7 करोड़ रुपये रहा, जो FY22 में 27.1 करोड़ रुपये था। हालांकि, FY23 में कंपनी का कुल राजस्व 1,044 करोड़ रुपये दर्ज किया, जो पिछले वर्ष 278 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, FY23 में कंपनी का कर्ज घटकर 82 करोड़ रुपये हो गया, जो FY22 में 92 करोड़ रुपये था।
धर्मा प्रोडक्शंस वर्तमान में रणनीतिक साझेदारी की तलाश कर रहा है, ताकि बढ़ती उत्पादन लागत और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ते उपभोक्ता रुझानों का सामना किया जा सके। यदि रिलायंस इंडस्ट्रीज यह अधिग्रहण करती है, तो यह जियो स्टूडियोज और वायकॉम18 स्टूडियोज के साथ उसके मौजूदा पोर्टफोलियो को और मजबूत करेगा।
धर्मा प्रोडक्शंस का इतिहास और विस्तार:
धर्मा प्रोडक्शंस की स्थापना 1976 में करण जौहर के पिता, यश जौहर ने की थी। इसकी शुरुआत अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'दोस्ताना' से हुई थी। 2004 में यश जौहर के निधन के बाद, करण जौहर ने कंपनी की बागडोर संभाली और इसे नए क्षेत्रों में विस्तार किया। इसमें विज्ञापन, टैलेंट मैनेजमेंट, कंटेंट प्रोडक्शन और लाइव एंटरटेनमेंट जैसे कई उपक्रम शामिल हैं, जिनमें 'धर्मा 2.0', 'कॉर्नरस्टोन एजेंसी', 'धर्माटिक एंटरटेनमेंट' और 'धर्माशो लाइव टीवी एंड मूवीज' जैसे इनिशिएटिव्स शामिल हैं।
रिलायंस का यह अधिग्रहण धर्मा प्रोडक्शंस की मौजूदा स्थिति को और सशक्त बना सकता है और भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में नए अवसर पैदा कर सकता है।
नेटवर्क18 ग्रुप ने शेयर बाजार को सूचित किया है कि उनके निदेशक मंडल (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) ने 12 अक्टूबर 2024 को एक बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
नेटवर्क18 ग्रुप ने शेयर बाजार को सूचित किया है कि उनके निदेशक मंडल (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) ने 12 अक्टूबर 2024 को एक बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानि कि सेबी (SEBI) के नियमों के तहत यह जानकारी दी।
निदेशक मंडल द्वारा लिए गए निम्न निर्णय :
1. श्वेता गुप्ता को कंपनी की नई कंपनी सचिव और अनुपालन अधिकारी (Company Secretary and Compliance Officer) के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 12 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगी।
2. संचयन पॉल को कंपनी के नए मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (Chief Human Resource Officer) और वरिष्ठ प्रबंधन कर्मी (Senior Management Personnel) के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति 1 नवंबर 2024 से लागू होगी।
इसके साथ ही, निदेशक मंडल ने यह भी जानकारी दी कि:
- पी. सक्थिवेल, वर्तमान मानव संसाधन अधिकारी, 1 नवंबर 2024 से कंपनी में एक नई भूमिका में नजर आएंगे।
- नितिन गुप्ता, जो अभी तक अनुपालन अधिकारी (Compliance Officer) थे, 12 अक्टूबर 2024 से इस पद से हट जाएंगे, क्योंकि उनकी जगह श्वेता गुप्ता अब यह जिम्मेदारी संभालेंगी।
श्वेता गुप्ता का परिचय:
श्वेता गुप्ता एक अनुभवी कंपनी सचिव और लॉ ग्रेजुएट हैं। उन्हें 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है, जिसमें कंपनी की सचिवीय, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, कानूनी और अनुपालन कार्यों का समावेश है। इससे पहले वह गल्फ ऑयल लुब्रिकेंट्स इंडिया लिमिटेड (हिंदुजा समूह) की कंपनी सचिव और अनुपालन अधिकारी रही हैं। वह हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड और JSW स्टील लिमिटेड जैसी कंपनियों के साथ भी जुड़ी रही हैं।
संचयन पॉल का परिचय:
संचयन पॉल एक अनुभवी मानव संसाधन विशेषज्ञ हैं, जिन्हें 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह मोडेनिक लाइफस्टाइल में कार्यरत थे, और उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज, थॉमसन रॉयटर्स, हचिसन एस्सार टेलीकॉम और वोडाफोन जैसी कंपनियों के साथ काम किया है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया है और XLRI जमशेदपुर से प्रबंधन में स्नातकोत्तर हैं।
ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री ने पिछले चार सालों से डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPOs) द्वारा ऑडिट न किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री ने पिछले चार सालों से डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPOs) द्वारा ऑडिट न किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। यह आपत्तियां भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा जारी इंटरकनेक्शन रेगुलेशंस, 2017 और डिजिटल एड्रेसेबल सिस्टम्स ऑडिट मैनुअल पर मिले 55 सुझावों का हिस्सा हैं।
ब्रॉडकास्टर्स का कहना है कि DPOs द्वारा सब्सक्राइबर संख्या की गलत रिपोर्टिंग से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। इसलिए, उन्होंने ऑडिट करने का प्राथमिक अधिकार अपने पास रखने की मांग की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रॉडकास्टर्स ने डीपीओ द्वारा ऑडिट रिपोर्ट न मिलने और नियमों के अनुपालन में कमी की भी शिकायत की है। उन्होंने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) से अनुरोध किया है कि वह TRAI से उस धारा को हटाने के लिए कहे, जिससे नियमों के दुरुपयोग की संभावना बढ़ सकती है।
ब्रॉडकास्ट संस्थाएं जैसे इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन (IBDF) और ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन (AIDCF) ने इस परामर्श पत्र का जवाब दिया है।
अनिल जयराज ने जून में वायकॉम18 स्पोर्ट्स के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था।
अनिल जयराज ने जियो होम डिजिटल सर्विसेज में बतौर अध्यक्ष (प्रेजिडेंट) पदभार संभाल लिया है। वह रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के डायरेक्टर पंकज पवार को रिपोर्ट करेंगे।
अनिल जयराज ने जून में वायकॉम18 स्पोर्ट्स के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था। वायकॉम18 में उन्होंने स्पोर्ट्स संपत्तियों के अधिग्रहण, प्रसारण और मोनेटाइजेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
जयराज इससे पहले स्टार स्पोर्ट्स में कार्यरत थे, जहां वे एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट के पद पर थे। इसके अलावा, उन्होंने पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर के रूप में भी काम किया है। पिडिलाइट से पहले, जयराज ने बीपी/कैस्ट्रॉल (BP/Castrol) में 16 साल तक यूके और भारत में सेल्स और मार्केटिंग के विभिन्न पदों पर सेवाएं दी थीं।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा गठित स्वतंत्र जांच समिति (IIC) ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंप दी है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा गठित स्वतंत्र जांच समिति (IIC) ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंप दी है। इस समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज, जस्टिस डॉ. सतीश चंद्र कर रहे थे। उनके साथ जी के दो स्वतंत्र निदेशक - ऑडिट कमेटी के चेयरमैन और इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष उत्तम प्रकाश अग्रवाल और नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति के चेयरमैन पी.वी. रामना मूर्ति शामिल थे। पी.वी. मूर्ति को मानव संसाधन और संगठन विकास में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
कंपनी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, समिति ने नियामक एजेंसियों द्वारा उठाए गए सभी आरोपों की गहन समीक्षा की। समिति ने कंपनी द्वारा SEBI को दी गई सभी जानकारी और दस्तावेजों की विस्तृत जांच की।
जांच समिति ने आरोपों के तथ्यों की गहराई से जांच करने के लिए बाहरी ऑडिट फर्म्स और टैक्स एक्सपर्ट्स से सलाह ली। समिति की रिपोर्ट में कुछ प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया गया:
1. कंपनी के रिकॉर्ड और SEBI को दी गई प्रतिक्रियाओं की समीक्षा के बाद, समिति ने पाया कि कंपनी ने पूरी तरह सहयोग किया और नियामक प्राधिकरण के साथ विस्तृत उत्तर साझा किए।
2. पिछले मुद्दों पर SEBI द्वारा की गई समीक्षा के अनुसार, कंपनी ने आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए।
3. SEBI द्वारा उठाए गई दिक्कतों को दूर करने के लिए कंपनी और बोर्ड ने समय पर उचित कार्रवाई की है।
4. जांच के तहत लेन-देन कंपनी या उसके शेयरधारकों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालते पाए गए। ये लेन-देन सामान्य व्यवसाय का हिस्सा थे और इनमें कोई गंभीर अनियमितता नहीं पाई गई।
5. समिति ने यह भी कहा कि इस मामले में और कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है, और कंपनी को कोई अतिरिक्त कानूनी या नीति बदलाव की जरूरत नहीं है।
रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए, समिति के अध्यक्ष डॉ. सतीश चंद्र ने कहा, "हमने सभी आरोपों की विस्तृत समीक्षा की है और बोर्ड को आवश्यक रिपोर्ट सौंप दी है। कंपनी के प्रबंधन और प्रमोटरों से मांगे गए दस्तावेजों और जानकारी को सत्यापित करने के बाद, हमने पाया कि कंपनी के संचालन में कोई नकारात्मक या अनुचित गतिविधि नहीं है।"
बोर्ड ने कंपनी को सलाह दी है कि SEBI के साथ लंबित सभी मुद्दों को समयबद्ध तरीके से निपटाया जाए ताकि कंपनी के शेयरधारकों और हितधारकों के हितों की सुरक्षा हो सके। इसके साथ ही, कंपनी से कहा गया है कि वह अपनी रणनीतिक विकास योजना के तहत प्रदर्शन और लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करे।
RP संजीव गोयनका समूह की कंपनी 'सारेगामा' करण जौहर की 'धर्मा प्रोडक्शंस' में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी खरीदने के करीब है।
RP संजीव गोयनका समूह की कंपनी 'सारेगामा' करण जौहर की 'धर्मा प्रोडक्शंस' में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी खरीदने के करीब है। सूत्रों के अनुसार, इस डील में धर्मा प्रोडक्शंस का मूल्यांकन लगभग 600 करोड़ रुपये किया जा रहा है।
हालांकि, इस अधिग्रहण से जुड़ी विस्तृत जानकारी फिलहाल नहीं है, लेकिन इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि भविष्य में सारेगामा धर्मा प्रोडक्शंस में और हिस्सेदारी खरीद सकता है। यह अधिग्रहण सारेगामा की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिससे कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर सके और मनोरंजन क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सके।
इस संभावित अधिग्रहण पर सारेगामा और धर्मा प्रोडक्शंस दोनों से हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' ने संपर्क किया, लेकिन अभी तक किसी भी पक्ष से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है।
7 अक्टूबर को 'एक्सचेंज4मीडिया' ने रिपोर्ट दी थी कि धर्मा प्रोडक्शंस नए निवेशकों की तलाश कर रहा है और इस संदर्भ में सारेगामा से संपर्क किया है। इसी दिन, करण जौहर ने घोषणा की कि धर्मा प्रोडक्शंस की फिल्मों की प्री-रिलीज स्क्रीनिंग बंद की जाएगी, जो इस अधिग्रहण की चर्चाओं के बीच एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
इससे पहले, 10 अगस्त को एक्सचेंज4मीडिया ने ही सबसे पहले यह रिपोर्ट दी थी कि धर्मा प्रोडक्शंस निवेशकों की तलाश कर रहा है।
वैसे यह डील सारेगामा के लिए दूसरी बड़ी डील हो सकती है। इसके पहले FY24 में कंपनी ने डिजिटल एंटरटेनमेंट स्टार्टअप 'Pocket Aces' का अधिग्रहण किया था। नवंबर 2023 में, सारेगामा ने Pocket Aces में 51.8% हिस्सेदारी 175 करोड़ रुपये में खरीदी थी और फिर अगस्त 2024 में शेष 48.2% हिस्सेदारी 209 करोड़ रुपये से अधिक में खरीदी, जिससे कुल अधिग्रहण लागत लगभग 385 करोड़ रुपये हो गई।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि सारेगामा की धर्मा प्रोडक्शंस में रुचि इस फिल्म प्रोडक्शन हाउस के मजबूत ब्रैंड और बॉलीवुड में इसकी समृद्ध विरासत के कारण है। धर्मा प्रोडक्शंस ने हाल के वर्षों में डिजिटल कंटेंट और टैलेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में भी कदम रखा है। यह अधिग्रहण सारेगामा को धर्मा के अनुभव और प्रतिष्ठा का लाभ उठाने का अवसर देगा, जिससे म्यूजिक और फिल्म प्रोडक्शन के बीच तालमेल स्थापित कर दर्शकों के लिए नया और रोमांचक कंटेंट तैयार किया जा सकेगा।
यह खबर तब सामने आई है जब FY23 में धर्मा प्रोडक्शंस का टैक्स के बाद मुनाफा घटकर 10.7 करोड़ रुपये हो गया, जो FY22 में 27.1 करोड़ रुपये था।
दूसरी ओर, FY24 में सारेगामा ने 866 करोड़ रुपये का राजस्व और 197 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। कंपनी के बेहतर प्रदर्शन का मुख्य कारण संगीत लाइसेंसिंग में वृद्धि है, जो विज्ञापन राजस्व और नए संगीत में किए गए निवेश से प्रेरित है। इसके अलावा, आर्टिस्ट मैनेजमेंट वर्टिकल से होने वाली कमाई ने भी योगदान दिया है।
गौरतलब है कि 1976 में करण जौहर के दिवंगत पिता यश जौहर द्वारा स्थापित धर्मा प्रोडक्शंस भारत के प्रमुख फिल्म प्रोडक्शन हाउस में से एक है। इसने अपनी यात्रा की शुरुआत अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'दोस्ताना' से की थी। 2004 में, यश जौहर के निधन के बाद, करण जौहर ने कंपनी की बागडोर संभाली और इसे विज्ञापन, टैलेंट मैनेजमेंट, कंटेंट प्रोडक्शन और लाइव एंटरटेनमेंट जैसे क्षेत्रों में विस्तारित किया। धर्मा 2.0, कॉर्नरस्टोन एजेंसी, धर्मेटिक एंटरटेनमेंट और धर्मा शो लाइव टीवी एवं मूवीज जैसी पहलों के जरिए धर्मा ने अपनी पहुंच बढ़ाई।