भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण लगभग 1300 सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जबकि 40 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने जबरदस्त तबाही मचायी है। भारी बरसात, बाढ़ और लैंड स्लाइड ने कई लोगों की जान ले ली हैं। एक आंकड़े के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में तबाही की बारिश के कारण राज्य में 88 लोगों की जान चली गई है, 16 लोग लापता हैं और 100 लोग घायल हुए हैं। राज्य भर में 492 जानवरों की मौत हो चुकी है।
भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण लगभग 1300 सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जबकि 40 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एक अनुमान के अनुसार सरकार को 4000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। इस जल प्रलय पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा ने ट्वीट कर एक आह्वान किया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, पहाड़ दरक रहे हैं। सैलाब उमड़ रहा है। नदियां अपना रास्ता वापिस ले रही हैं। पहाड़ भी खुद को खोदे जाने से कमजोर हो रहे हैं। इसलिए बारिश में सब ढह जा रहा है। प्रकृति संतुलन रखना चाह रही है। नदी किनारे निर्माण, विनाश को आमंत्रण है। नदी को कोई सरहद भी रोक नही पाई। तुम्हारे महल, होटल, घर, दुकान तिनके की तरह बिखर जाएंगे जब नदी अपना रास्ता वापिस लेने आती है।
जिस सरकार और समाज ने उत्तराखंड की त्रासदी से सबक न लिया हो वो हिमाचल प्रदेश की तबाही से क्या सीखेंगे। बाढ़ कम होने दीजिए। इनके टंटीले फिर उसी स्थान पर लग सज जाएंगे। बेलगाम, बेहिसाब, पहाड़ों की तरफ लोग भाग रहे हैं। वहां जहां सीमित संसाधन है, इतनी भीड़ आ जाती है कि चलने में कंधे छिलते हैं। पहाड़ को बचाओ। नदियों को रास्ता दो। पेड़ मत काटो। पहाड़ी सभ्यता, पहाड़ी संस्कृति और पहाड़ की प्रकृति की रक्षा का संकल्प लीजिए।
वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा के इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
पहाड़ दरक रहे हैं। सैलाब उमड़ रहा है। नदियां अपना रास्ता वापिस ले रही हैं। पहाड़ भी खुद को खोदे जाने से कमजोर हो रहे है। इसलिए बारिश में सब ढह जा रहा है। प्रकृति संतुलन रखना चाह रही है। नदी किनारे निर्माण, विनाश को आमंत्रण है। नदी को कोई सरहद भी रोक नही पाई। तुम्हारे महल, होटल,…
— Brajesh Misra (@brajeshlive) July 10, 2023
हरियाणा की ऐतिहासिक जीत कितनी महत्वपूर्ण और बड़ी है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगता है कि विधायक दल की बैठक के लिए बतौर पर्यवेक्षक स्वयं गृह मंत्री अमित शाह जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को हरियाणा भाजपा विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है, जो हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पार्टी का सीएम चेहरा घोषित किया गया था।
इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, बीजेपी के लिए हरियाणा की ऐतिहासिक जीत कितनी महत्वपूर्ण और बड़ी है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगता है कि विधायक दल की बैठक के लिए बतौर पर्यवेक्षक स्वयं गृह मंत्री अमित शाह जा रहे हैं।
2022 में यूपी के बाद ऐसा पहली बार होगा जब नए मुख्यमंत्री का चयन सीधे गृह मंत्री की निगरानी में होगा। राज्य में बाज़ी पलटने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई और अब उनका इस बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में जाना एक बड़ा राजनीतिक संदेश है।
इस बैठक में नायब सिंह सैनी को फिर से विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने की औपचारिकता पूरी होगी। आपको बता दें, हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में BJP ने तीसरी बार जीत हासिल की है। चुनाव के नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए गए थे। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में BJP को 48 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं।
बीजेपी के लिए हरियाणा की ऐतिहासिक जीत कितनी महत्वपूर्ण और बड़ी है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगता है कि विधायक दल की बैठक के लिए बतौर पर्यवेक्षक स्वयं गृह मंत्री अमित शाह जा रहे हैं। 2022 में यूपी के बाद ऐसा पहली बार होगा जब नए मुख्यमंत्री का चयन सीधे गृह मंत्री की निगरानी में होगा।…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) October 13, 2024
कनाडा की सरकार ने निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए थे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कनाडाई सरकार पर आरोपों के सबूत शेयर ना करने की बात भी कही।
कनाडा से तनाव के बीच भारत ने वहां से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनायिकों को वापस बुला लिया है जबकि दिल्ली में कनाडा के छह डिप्लोमैट को भारत ने निष्कासित कर दिया है। कनाडा की सरकार ने निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए थे और तब से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कनाडाई सरकार पर आरोपों के सबूत शेयर ना करने की बात भी कही। वहीं वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, कनाडा को भारत का जवाब टॉप क्लास था।
भारत-कनाडा संबंध बद से बदतर होते जा रहे हैं। एक तरफ तो दिलजीत दोसांझ से स्टेडियम भरे जा रहे हैं और कनाडा में अन्य शीर्ष भारतीय कलाकार। दूसरी ओर ट्रूडो पूरी तरह से वोट बैंक उन्मुख राजनीति कर रहे हैं। आपको बता दें, सितंबर 2023 में, ट्रूडो ने भारत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए भारतीय एजेंटों को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल बताया गया था।
भारत ने इस तरह के आरोपों को साफ तौर पर 'मोटिवेटेड' करार दिया था। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि यह कोई विकल्प नहीं है जो कनाडा ने कनाडा-भारत संबंधों में तनाव पैदा करने के लिए चुना गया है। भारत एक महत्वपूर्ण लोकतंत्र है।
The Indian response to @JustinTrudeau has been top class today. The Indo Canada relationship is only going from bad to worse. On one hand there are stadiums being filled by @diljitdosanjh and other top Indian performers in Canada. On the other is the total vote bank oriented…
— bhupendra chaubey (@bhupendrachaube) October 14, 2024
भारत ने कनाडा से उच्चायुक्त को वापस बुला लिया। भारत कनाडा से अपने और कई अफसरों को वापस बुलाएगा। विदेश मंत्रालय ने आरोपों के पीछे ट्रूडो सरकार का पॉलिटिकल एजेंडा करार दिया।
खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा के बयान पर भारत ने सख्त एक्शन लेते हुए कनाडा के 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इनमें कार्यवाहक उच्चायुक्त स्टीवर्ट व्हीलर, उप उच्चायुक्त पैट्रिक हेबर्ट, सचिव मैरी कैथरीन जोली, सचिव लैन रॉस डेविड ट्राइट्स, सचिव एडम जेम्स चुइपका और सचिव पाउला ओर जुएला को 19 अक्टूबर की रात या उससे पहले भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज का यह मानना है कि कनाडा के पीएम नियमों का पालन करने में सक्षम नहीं दिखाई दे रहे है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, यदि आपको लगता है कि भारत-कनाडा संबंध पहले से ही सबसे खराब स्थिति में हैं, तो अगले कुछ दिनों/हफ़्तों पर नज़र रखें।
कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो वैश्विक दक्षिण में नियम आधारित व्यवस्था का प्रचार करते हैं और स्वयं गैंगस्टरों और आतंकवादियों का पक्ष लेकर लोकतंत्र और कूटनीति के सभी सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं। आपको बता दें, इससे पहले भारत ने कनाडा से उच्चायुक्त को वापस बुला लिया।
भारत कनाडा से अपने और कई अफसरों को वापस बुलाएगा। विदेश मंत्रालय ने आरोपों के पीछे ट्रूडो सरकार का पॉलिटिकल एजेंडा करार दिया और कहा कि ये भारत को बदनाम करने की एक सोची-समझी रणनीति है।
If you thought India Canada relations were already at its worst, watch out for next few days/weeks. Canadian PM Justin Trudeau preaches Rules Based Order to the Global South and himself violates all principles of democracy and diplomacy by siding with gangsters and terrorists.
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 14, 2024
महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं की सोमवार यानी आज दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात होनी है। वहीं बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अब कुछ ही वक्त बचा है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं की सोमवार यानी आज दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात होनी है। वहीं बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट करके बताया है कि आगामी चुनाव में कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा होने वाला है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट की और लिखा, बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आने के बाद सलमान खान के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
बाबा सिद्दीकी सलमान के खास दोस्त थे, बड़ी बात ये रही कि काले हिरण के मामले में बाबा सिद्दीकी हमेशा सलमान खान के साथ खड़े रहे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस हत्याकांड में मोहम्मद जीशान अख्तर नाम के एक और शख्स का नाम सामने आया है, जीशान अख्तर ही वह शख्स है जो गुरमेल बलजीत सिंह, धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा नाम के तीनों सूत्रों को लॉजिस्टिक सपोट के साथ-साथ बाबा सिद्दीकी की हर एक जानकारी दे रहा था।
मुंबई पुलिस ने खुलासा किया है कि जीशान अख्तर जेल में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लोगों के संपर्क में आया था। फिलहाल मुंबई पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 2 अभी भी फरार हैं। ऐसे में बाबा सिद्दकी की हत्या के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब लचर कानून व्यवस्था सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर रहने वाला है।
बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आने के बाद सलमान खान के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, बाबा सिद्दीकी सलमान के खास दोस्त थे, बड़ी बात ये रही कि काले हिरण के मामले में बाबा सिद्दीकी हमेशा सलमान खान के साथ खड़े रहे, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस…
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) October 13, 2024
मुंबई पुलिस ने बताया कि चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर है। इस बीच राजकीय सम्मान के साथ एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहीं, बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. चौथे आरोपी की भी पहचान हो गई है। तीन शूटर के अलावा उन्हें निर्देश देने वाले संदिग्ध की पहचान की गई है। मुंबई पुलिस ने बताया कि चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर है।
इस बीच राजकीय सम्मान के साथ एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। सिद्दीकी की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में राजनेता, बॉलीवुड हस्तियां और उनके हजारों समर्थक शामिल हुए। वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने भी सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और बाबा सिद्दीकी को याद किया।
उन्होंने एक्स हैंडल से लिखा, बाबा सिद्दीकी की हत्या ने स्तब्ध कर दिया। ये क्या हो रहा है? कौन है इसके पीछे? मैं बाबा को बरसों से जानता था। वो प्यार लुटाने वाला इंसान था। उसको कोई क्यों मारेगा? बाबा के पास अच्छी खासी सिक्योरिटी थी? अब क्या मतलब रह गया सिक्योरिटी का? मैंने बाबा से वादा किया था, इस बार ईद पर मिलने ज़रूर आऊंगा. अब ये वादा कभी नहीं निभा पाऊंगा।
आपको बता दे, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के दो शूटर यूपी के बहराइच से हैं। धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा आरोपी हैं। इनमें से शिवा फरार है, जबकि धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने स्तब्ध कर दिया. ये क्या हो रहा है? कौन है इसके पीछे? मैं बाबा को बरसों से जानता था. वो प्यार लुटाने वाला इंसान था. उसको कोई क्यों मारेगा? बाबा के पास अच्छी खासी सिक्योरिटी थी. अब क्या मतलब रह गया सिक्योरिटी का? मैंने बाबा से वादा किया था, इस बार ईद पर…
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) October 13, 2024
एक महान दिग्गज व्यक्ति जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता और जुनून से भारत को वर्ल्ड मैप पर पहुचान दिलाई। वह व्यक्ति जिसने हजारों उद्योगपतियों को प्रेरित किया।
रतन टाटा का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग श्मशान घाट पहुंचे थे। इससे पहले एनसीपीए पार्क में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।
साउथ मेगास्टार रजनीकांत ने भी रतन टाटा को याद किया है। उन्होंने टाटा के एक तस्वीर शेयर करते हुए उनके साथ बिताए गए पलों को याद किया है। उन्होंने लिखा, एक महान दिग्गज व्यक्ति जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता और जुनून से भारत को वर्ल्ड मैप पर पहुचान दिलाई।
वह व्यक्ति जिसने हजारों उद्योगपतियों को प्रेरित किया। वह व्यक्ति जिसने कई पीढ़ियों के लिए लाखों नौकरियां पैदा कीं। वह व्यक्ति जिसे सभी प्यार करते थे और सम्मान देते थे। उन्हें मेरा शत-शत नमन। मैं इस महान आत्मा के साथ बिताए हर पल को हमेशा संजो कर रखूंगा।
भारत का एक सच्चा बेटा अब हमारे बीच नहीं रहा। आपको बता दें, दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार को 86 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें इस हफ्ते तबीयत बिगड़ने के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रतन टाटा के निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है।
A great legendary icon who put India on the global map with his vision and passion ..
— Rajinikanth (@rajinikanth) October 10, 2024
The man who inspired thousands of industrialist ..
The man who created lakhs and lakhs of jobs for many generations ..
The man who was loved and respected by all ..
My deepest salutations to… pic.twitter.com/S3yG1G7QtK
जिसकी सीटें ज़्यादा उसका सीएम बनेगा, इतने में हमारे यहाँ मान गये होते तो आज ये हाल नहीं होता, जिस चीज के लिए गये थे उसी के लाले पड़ रहे हैं।
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत का प्रभाव महाराष्ट्र तक हुआ है। दरअसल, उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह महाराष्ट्र को 'बचाने' के लिए सहयोगी कांग्रेस या एनसीपी (शरद पवार) द्वारा घोषित किसी भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।
इसी मसले पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में शरद पवार और कांग्रेस दोनों कह चुके है नेतृत्व किसी का प्रोजेक्टेड नहीं होगा। जिसकी सीटें ज़्यादा उसका सीएम बनेगा, इतने में हमारे यहाँ मान गये होते तो आज ये हाल नहीं होता, जिस चीज के लिए गये थे उसी के लाले पड़ रहे है।
तथ्य यह है कि जिसने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ा उनका हाल क्या हुआ। महबूबा मुफ़्ती ने हमको छोड़ा, अकालियों ने हमको छोड़ा, शिवसेना ने हमको छोड़ा तो क्या हुआ उनका हश्र देश ने देखा है। वहीं अगर हमारा देखें तो हमने बड़ी पार्टी होकर छोटी पार्टी को समर्थन किया है।
हमने बसपा को समर्थन देकर मायावती को सीएम बनाया। कर्नाटक में JDS को समर्थन देकर हमने सीएम बनाया। जब उनकी सिर्फ़ 40 एमएलए थे और भाजपा के 80, हमने शिवसेना के मनोहर जोशी जी को लोकसभा का स्पीकर बनाया।
जब वो 16 सीटों की पार्टी थी और भाजपा 182 पर थी। गठबंधन धर्म निभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी से अधिक ईमानदार और उपयुक्त कोई पार्टी नहीं है और हमें झटका या धोखा देने वाले दलों का अंजाम बहुत अच्छा नहीं रहा।
महाराष्ट्र में शरद पवार और कांग्रेस दोनों कह चुके है नेतृत्व किसी का प्रोजेक्टेड नहीं होगा, जिसकी सीटें ज़्यादा उसका सीएम बनेगा, इतने में हमारे यहाँ मान गये होते तो आज ये हाल नहीं होता, जिस चीज के लिए गये थे उसी के लाले
— Dr. Sudhanshu Trivedi (@SudhanshuTrived) October 10, 2024
पड़ रहे है, तथ्य यह है कि जिसने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ा… pic.twitter.com/xMUQc5Ra6B
रतन टाटा ने जो कुछ कमाया वो अपने देश पर खर्च किया, सही मायनों में वो सच्चे राष्ट्रवादी थे। रतन टाटा की कंपनियों का भारत की GDP में 2 प्रतिशत का योगदान है।
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा पंचतत्व में विलीन हो चुके है। वहीं महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी गई है। इस अवसर पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया, जिसमें केंद्र से रतन टाटा को उनकी उपलब्धियों के लिए भारत रत्न से सम्मानित करने का अनुरोध किया गया है।
दरअसल, प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मानों से सम्मानित किया गया है, जिनमें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण शामिल हैं। लेकिन उन्हें अभी तक देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न नहीं मिला है।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग की है। उन्होंने लिखा, भारत के 'रतन' यानी 'रतन टाटा' को 'भारत रत्न' मिलना चाहिए। रतन टाटा ऐसे उद्योगपतियों में से हैं जिन्हें अपना धंधा बंद करना मंजूर था लेकिन रिश्वत देना नहीं।
रतन टाटा ने जो कुछ कमाया वो अपने देश पर खर्च किया, सही मायनों में वो सच्चे राष्ट्रवादी थे। रतन टाटा की कंपनियों का भारत की GDP में 2 प्रतिशत का योगदान है। कई देशों की अर्थव्यवस्था से ज्यादा उनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर है।
टाटा की कंपनियों ने नमक से लेकर स्टील तक और नैनो, जैगुवार से लेकर एयरलाइंस तक अपनी मेहनत से बनाई औऱ चलाई। हमेशा सादगी से जीने वाले रतन टाटा ने देश को बहुत कुछ दिया है। मैं भी देश के स्वर में स्वर मिलाते हुए उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने की मांग करता हूं।
भारत के 'रतन' यानी 'रतन टाटा' को 'भारत रत्न' मिलना चाहिए, रतन टाटा ऐसे उद्योगपतियों में से हैं जिन्हें अपना धंधा बंद करना मंजूर था लेकिन रिश्वत देना नहीं, रतन टाटा ने जो कुछ कमाया वो अपने देश पर खर्च किया, सही मायनों में वो सच्चे राष्ट्रवादी थे. रतन टाटा की कंपनियों का भारत की…
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) October 10, 2024
इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर जो रूट ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 262 रनों की पारी के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में 20,000 रनों का आंकड़ा पार कर लिया।
इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सात विकेट पर 823 रन पारी घोषित कर दी। इसी के साथ इंग्लैंड ने पहली पारी के आधार पर 267 रनों की बढ़त बना ली है। टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ चार बार ही 800 से ज्यादा का स्कोर बना है। इनमें से भी तीन बार इंग्लैंड की टीम ने ये करिश्मा किया है।
पाकिस्तान की टीम ने पहली पारी में शफीक, मसूद और आगा के शतकों की बदौलत 556 रन बनाए थे। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय लिखी। उन्होंने एक्स पर लिखा, पाकिस्तान ने 3 दिनों के भीतर दिखा दिया कि वह सर्वश्रेष्ठ जेकेल और हाइड क्रिकेट टीम है।
पहले दिन पहले टेस्ट में कुल मिलाकर 556 रन बनाए, लेकिन अब पारी की हार की आशंका है। यह निश्चित नहीं है कि इतने स्कोर बनाने वाली टीम कब टेस्ट में एक पारी से हार गई। इसके विपरीत, इंग्लैंड अब काफी अच्छी टीम है: प्रतिभाशाली, आक्रामक और बिना किसी डर के खेल रही है।
भारत बनाम इंग्लैंड WTC फाइनल अभी भी एक बाहरी मौका? आपको बता दें, इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर जो रूट ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 262 रनों की पारी के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में 20,000 रनों का आंकड़ा पार कर लिया। सबसे कम पारियों में 20,000 इंटरनेशनल रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम दर्ज है, जिन्होंने 417 पारियों में यह कारनामा किया है।
Pakistan showing that it is the ultimate Jekyll and Hyde cricket team within the space of 3 days:. In total command of the first test on day one, racks up 556 but now faces the prospect of an innings defeat. Not sure when a side that scored that many has lost by an innings in a…
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) October 10, 2024
उद्योगपति रतन टाटा का गुरुवार शाम को पूरे राजकीय सम्मान और पारसी रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर दिया। इस मौके पर उद्योग जगत के साथ ही समाज के हर तबके लोग मौजूद थे।
देश और दुनियाभर में सम्मानित उद्योगपति रतन टाटा का गुरुवार शाम को पूरे राजकीय सम्मान और पारसी रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर दिया। इस मौके पर उद्योग जगत के साथ ही समाज के हर तबके लोग मौजूद थे। उन्होंने रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
पद्मश्री और वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता ने भी रतन टाटा को याद किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, भारत के कोहिनूर की तरह गौरव श्री रतन टाटा सदा अमर रहेंगे। उनसे यादगार मुलाक़ात और बात 2010 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज से पहले हुई।
भारत के भविष्य के लिए उनकी दूरदर्शिता व प्रेस की आज़ादी के विचार प्रेरक रहेंगे। विनम्र नमन। आपको बता दें, उनके अंतिम दर्शन के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर राजनीतिक, कारोबारी, खेल, मनोरंजन जगत के कई बड़े नाम पहुंचे।
बुधवार को 86 वर्ष की उम्र में उन्होंने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली। महाराष्ट्र और झारखंड व गुजरात सरकार ने टाटा के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है।
भारत के कोहिनूर की तरह गौरव श्री रतन टाटा सदा अमर रहेंगे । उनसे यादगार मुलाक़ात व बात 2010 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराकओबामा के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज से पहले हुई । भारत के भविष्य के लिए उनकी दूरदर्शिता व प्रेस की आज़ादी के विचार प्रेरक रहेंगे ।विनम्र नमन ।
— Alok Mehta (@alokmehtaeditor) October 10, 2024