अपने शुरुआती वर्षों में, कमला और माया अपनी माँ की मातृभूमि से जुड़े रहने के लिए हर दूसरी सर्दियों में चेन्नई वापस चली जाती थीं।
इस सिंगल की कहानी दो अभिनेत्रियों और एक अभिनेता के इर्द-गिर्द घूमती है और उनकी प्रेम कहानियों का सुखद अंत नहीं होता है।
लोकसभा चुनावों के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इससे भी ज्यादा घमासान होगा जितना कि इन चुनावों में हुआ है।
देश के बड़े मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘नेटवर्क18’ (Network18) में शीर्ष स्तर पर बड़े फेरबदल की खबर है
हिंदुत्व और भारतीयता पर गौरव और उसके प्रचार प्रसार में वह स्वयं तथा भारतीय जनता पार्टी ने कभी छिपाया नहीं है।
कमलेश कमल का जन्म बिहार राज्य के पूर्णियां जिले में हुआ। 2007 में UPSC की परीक्षा पास कर वर्तमान में झांसी में ITBP में डिप्टी कमांडेंट हैं।
दिल्ली स्थित ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ (IIC) में 12 अगस्त 2023 की शाम बिहार के पूर्व मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण द्वारा लिखित उपन्यास ‘माधोपुर का घर’ को लेकर चर्चा का आयोजन किया गया।
साहित्य के लिए यह सम्मान कमलेश कमल को मिला, जो विगत दो दशकों से साहित्य एवं भाषा-विज्ञान के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश में महाकौशल का क्षेत्र कांग्रेस के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछली बार सरकार बनाने में इसी क्षेत्र की सीटों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी।