भविष्यवाणियां स्क्रिप्टेड टेक्स्ट नहीं होती हैं, जिन्हें लाइट, कैमरा और एक्शन की आवाज पर तैयार किया जा सकता है अथवा लिखा जा सकता है।
जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन का क्रेज लोगों में 100 साल से भी ज्यादा समय से बना हुआ है और करियर के लिहाज से यह क्षेत्र कभी भी आउटडेटेड होने वाला नहीं है।
अखबार में भी पब्लिश हुई थी 11 जनवरी 2015 को मेरठ मे आयोजित ज्योतिष सम्मेलन के मंच से की गई यह भविष्यवाणी