दरअसल, भाजपा के लिए 2024 में दो-तीन राज्यों में मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं। महाराष्ट्र, बिहार इनमें से एक है।
अगर भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि शरद पवार को इस हाल में ले आने से उसे राजनीतिक फायदा होगा तो वह मुगालते में है।
2024 के आम चुनावों के पहले एकजुट हो रहे विपक्ष को नित नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
'डीडी न्यूज' की एंकर 'रीमा पाराशर' ने ऐसे ही कुछ मसलों वर्तमान में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से बात की
अमित शाह ने पता लगाया कि सचमुच 40 विधायक अजीत पवार के साथ हैं या नहीं, और जैसे ही इस बात की पुष्टि हुई, रविवार को खेल हो गया।
शो की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक से सुप्रिया सुले के बयान को लेकर सवाल पूछा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निकाल दिया है।
बीजेपी ने महाराष्ट्र के दो सबसे बड़े क्षेत्रीय दल खत्म कर दिये। दो सबसे बड़े राजनीतिक परिवारों को असहाय बना कर घर पर बैठा दिया।
जिस पार्टी में शरद पवार की इजाजत के बिना पत्ता भी ना हिलता हो, वहां 40 विधायक बगावत करने जा रहे हों और शरद पवार को पता तक ना हो।
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोरोना की कवरेज के दौरान पत्रकारों में स्वास्थ्य जोखिम का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है