दरअसल, पत्रकार गीता पांडेय ने अतीक अहमद की तुलना ‘रॉबिनहुड’ से कर दी है। उन्होंने लिखा कि अतीक अहमद गरीबों की मदद करता था।
पूर्व सीएम मायावती ने इस एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार से उच्च-स्तरीय जाँच की मांग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असद और गुलाम अतीक अहमद को पुलिस कस्टडी से भगाने की फिराक में थे।
तमाम विपक्षी नेता बीजेपी पर हमलावर हैं। वहीं कुछ लोगों ने असद अहमद के धर्म पर भी अपनी राजनीति करना शुरू कर दी है।