देश में टेलिविजन दर्शकों की संख्या मापने वाली संस्था 'ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल' (BARC) ने इस साल 15वें हफ्ते (08 अप्रैल से 14 अप्रैल) के आंकड़े जारी कर दिए हैं।
जहां तक न्यूज चैनल्स की बात है, तो दो नेटवर्क पहले ही BARC से अपने कदम वापस खींच चुके हैं और और दो अन्य प्रमुख नेटवर्क भी इसे छोड़ने की कगार पर हैं।
नाम में बदलाव के चलते BARC की ओर से एक अप्रैल से छह से आठ हफ्ते तक इस चैनल की रेटिंग अस्थायी रूप से रोक दी जाएगी। इस अवधि के बाद यह पहले की तरह फिर से शुरू कर दी जाएगी।
‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’ (NBDA) ने देश में टेलिविजन दर्शकों की संख्या मापने वाली संस्था ‘ब्रॉडकास्टर्स ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC) इंडिया को एक पत्र लिखा है।
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDA) ने ब्रॉडकास्टर्स ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) इंडिया को यह सुझाव दिया है
टीआरपी घोटाले को लेकर ब्लैकआउट किए जाने के एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद, 12 जनवरी को सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने बार्क को रेटिंग जारी करने के लिए कहा था।
देश में टेलीविजन दर्शकों की संख्या मापने वाली संस्था के बोर्ड में चार स्वतंत्र सदस्यों को शामिल करना AAAI, ISA और IBDF सहित सभी स्टेकहोल्डर्स की मीटिंग के प्रमुख एजेंडे में से एक है।
मैडिसन मीडिया और ओओएच ग्रुप के सीईओ विक्रम सखुजा ने ब्रॉडकास्टर्स ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) इंडिया की टेक्निकल कमेटी के चेयरमैन के तौर पर पदभार संभाला है।
कुछ दिनों पूर्व ही न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन ने सूचना प्रसारण मंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप की गुजारिश की थी।
‘पिच मैडिसन एडवर्टाइजिंग रिपोर्ट’ (PMAR) 2021 जारी होने के दौरान ‘एबीपी नेटवर्क’ के सीईओ अविनाश पाण्डेय ने रखी अपनी बात