भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर को समाप्त होने जा रहा है, लेकिन इससे पहले उन्होंने पत्रकारों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है।
इस वर्ष इन दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किसी भी विषय में 55% अंकों के साथ स्नातक कर चुके वही विद्यार्थी पात्र होंगे, जिन्होंने पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में सीयूईटी-पीजी की परीक्षा दी है।
सोशल मीडिया ने तरह तरह के विशेषज्ञों को अपनी बात रखने का मौका दिया है। उनकी राय से यूजर प्रभावित होते हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, पीएम मोदी के बयानों को सुनकर संदेह होता है और प्रश्न उठता है कि क्या हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे हैं?
पत्रकारों के लिए वकील या डॉक्टर की तरह पेशेवर डिग्री कितनी जरूरी है? यह सवाल दशकों से भारतीय पत्रकारिता और बौद्धिक गलियारों में तैरता रहा है।
इसके साथ ही शोध पत्रों के माध्यम से मीडिया के तमाम स्वरूपों (सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
किसी भी राष्ट्र को संपन्न और शक्तिशाली बनाने के लिए सबसे जरुरी दो चीजें होती हैं। शिक्षा और चिकित्सा...