फिल्म के को-प्रोड्यूसर 'जी स्टूडियोज' के वकील ने कहा है कि निर्माताओं ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) की संसोधन समिति द्वारा सुझाए गए बदलाव को लागू करने का फैसला लिया है।
सेंसर बोर्ड की ओर से वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने जस्टिस बीपी कोलाबावाला और फिरदौस पूनीवाला की बेंच को बताया कि सेंसर बोर्ड की समीक्षा कमेटी ने फिल्म में कुछ कट के सुझाव दिए हैं।
सेंट्रल फिल्म बोर्ड सर्टिफिकेशन किसी फिल्म को सिर्फ इसीलिए सर्टिफिकेट देने से इनकार नहीं कर सकता क्योंकि उससे किसी सिस्टम में समस्या की आशंका है।