मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि पत्रकार का उद्देश्य अपराधियों को बेनकाब करना हो सकता है, लेकिन जेल परिसर में कैदियों का इंटरव्यू लेना जेल नियमों का गंभीर उल्लंघन है।
दरअसल, पंजाब पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, आतंकी गोल्डी बराड़ की हत्या की कोई भी आधिकारिक जानकारी उनके पास नहीं है।