वी. पी. सिंह ने दंगों की जांच के लिए जस्टिस मथुरा प्रसाद सक्सेना की अगुवाई में जांच आयोग बनाया। आयोग ने 3 साल बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी।
पुलिस के मुताबिक यह घटना एक सितम्बर की है। रिश्तेदारों की शिकायत के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है।
पुलिस का कहना है कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कहीं पत्थरबाजी, कहीं भड़काऊ भाषण और नारे, तो कहीं चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले मीडिया पर हमला। कुछ लोग अब मीडिया पर भी अपना गुस्सा निकाल रहे हैं