ब्रम्हर्षि नारद लोकमंगल के लिए संचार करने वाले देवता के रूप में हमारे सभी पौराणिक ग्रंथों में एक अनिवार्य उपस्थिति हैं।
पुराणों में नारद जी को भागवत संवाददाता की तरह देखा गया है। हम यह भी जानते हैं कि वाल्मीकि जी ने रामायण और महर्षि व्यास ने श्रीमद्भागवत गीता का सृजन नारद जी प्रेरणा से ही किया था।
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के कलाम सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों ने रखे अपने विचार
विश्व संवाद केंद्र, गुजरात की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों को किया गया सम्मानित