लंबी कानूनी लड़ाई के बाद एक पत्रकार को मानवाधिकार आयोग के आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतरिम राहत के तौर पर दो लाख रुपये का मुआवजा दिया है।
ओडिशा के पुरी में धारित्री अखबार के करेसपॉन्डेंट दत्तात्रेय नायक की पुलिस द्वारा कथित रूप से की गई पिटाई का मामला मानवाधिकार आयोग में पहुंच गया है।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में 'दैनिक जागरण' के पूर्व ब्यूरो चीफ धर्मेंद्र मिश्र के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग हरकत में आया है।
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के एनजीओ ‘सिटीजंस फॉर जस्टिस एंड पीस’ (CJP) की ओर से आयोग को लिखा गया है पत्र