हृदय विदारक यह खबर ‘समाचार4मीडिया’ में पढ़कर दंग रह गया कि सहाराश्री यानी सुब्रत रॉय नहीं रहे। वह एक ऐसे इंसान थे, जिन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया।
रफी साब की आवाज अवामी अमानत है और मैं निर्मलेंदु खुशनसीब हूं कि मैं रफी साब सरीखी शख्सियत पर किताब लिखने की गुस्ताखी कर चुका हूं।
हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ नोएडा के स्थानीय संपादक निर्मलेंदु साहा ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 31 अगस्त, 2021 इस समूह में उनका आखिरी दिन था।