जिस वंशवाद की आज बात होती है उसका सबसे पहला किरदार विष्णु शर्मा के अनुसार इंदिरा गांधी थीं। इसलिए उन्होंने पहले ही अध्याय में इस पर बात की है।
पत्रकारिता में करीब 25 साल के करियर के दौरान कई पब्लिकेशन हाउस में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं विनोद श्रीवास्तव
जाने-माने साहित्यकार, पत्रकार और स्तंभकार कमलाकांत त्रिपाठी ने महाकाव्यात्मक शैली का उपन्यास लिखा है