लॉकडाउन के दौरान घरों में बैठे लोगों के मनोरंजन का ध्यान रखते उठाया गया है ये कदम
टेलिविजन प्रसारण कंपनियों के संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ (एनबीए) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर अपनी गंभीर समस्याओं का निदान करने की मांग की है।
लॉकडाउन और वित्तीय बाधाओं के चलते ब्रॉकास्टर्स को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी मद्देनजर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने सोमवार को सरकार से मांग की कि
महामारी के चलते इन दिनों न्यूज चैनल्स के परिचालन में ज्यादा लागत आ रही है और विज्ञापन की कमी भी बनी हुई है।
सरकार और सरकारी उपक्रमों की तरफ से मीडिया में दिए जा रहे विज्ञापनों पर दो साल के लिए रोक लगाने के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सुझाव पर ‘इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन’ ने भी आपत्ति जताई है
लॉकडाउन के दौरान लगभग सभी लोग कोरोनावायरस से जुड़ी खबरों के अपडेट्स के लिए न्यूज चैनल्स देख रहे हैं
आदेशों का उल्लंघन होने की स्थिति में सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से की जाएगी कार्रवाई
देश में कोरोनावायरस (कोविड-19) के खौफ के बीच पत्रकारिता के जज्बे को बरकरार रखते हुए मुस्तैदी से अपने काम में जुटे न्यूज ब्रॉडकास्टर्स ने सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एक पत्र लिखा है
यह अखबार अब अपना प्रिंट एडिशन बंद कर रहा है। सोमवार यानी आज इस प्रमुख अखबार का आखिरी बार छापा जाएगा।
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन के प्रेजिडेंट अरनब गोस्वामी ने कहा, कोरोना वायरस से लड़ाई में लोगों तक तथ्यात्मक खबरें पहुंचाने के लिए न्यूज ब्रॉडकास्टर्स कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे