कोरोनावायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा देशभर में किए गए लॉकडाउन को देखते हुए ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया’ (SPNI) ने बड़ा निर्णय लिया है
कोरोना वायरस को लेकर फर्जी या भ्रामक खबरें प्रसारित करने वालों के खिलाफ सरकार सख्ती से निपट रही है। इसी क्रम में असम सरकार ने एक दैनिक अखबार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
यह समय किसी युद्ध से कम नहीं है, क्योंकि पूरी दुनिया एक वैश्विक महामारी से जूझ रही है। दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश भारत भी कोरोना संक्रमण से लड़ रहा है
कोरोना से मुकाबले के लिए सरकार आवश्यक कदम उठाने के साथ-साथ लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से उठाने की तैयारी कर रही है।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक दीप जलाने के आव्हान पर पूरा देश एकजुट दिखाई दिया।
कोरोना के बढ़ते खौफ के बीच प्रधानमंत्री मोदी की अपील आज दिल्ली से प्रकाशित होने वाले अखबारों की प्रमुख खबर है।
दुनियाभर में कोहराम मचा रहे कोरोनावायरस (कोविड-19) की मार अब न्यूजपेपर इंडस्ट्री पर भी पड़नी शुरू हो गई है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में बीते दिनों जो कुछ हुआ, उसके नकारात्मक नतीजे सामने आने लगे हैं।
कोरोना के चलते विश्व की महाशक्तियों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। भारत में भी इसका असर इंडस्ट्री पर दिखाई देने लगा है। मीडिया इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है।
यूपी की योगी सरकार ने ‘द वायर’ के संस्थापक-संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।