दिल्ली हाई कोर्ट ने अन्य बातों के साथ-साथ यह माना कि तहलका की प्रतिलेख में जोड़ी गई टिप्पणियां झूठी और मानहानिकारक थीं।
महिला साथी के कथित यौन शोषण के मामले में ‘तहलका’ मैगजीन के पूर्व एडिटर-इन-चीफ तरुण तेजपाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है।
सहकर्मी से यौन उत्पीड़न मामले में फंसे तहलका मैगजीन के पूर्व संपादक की अर्जी सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों कर दी थी खारिज
गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों की पुलिस दे रही थी दबिश