मूल रूप से आगरा के रहने वाले विनोद भारद्वाज को मीडिया में काम करने का करीब साढ़े चार दशक का अनुभव है। वह ‘ताज प्रेस क्लब’ आगरा के प्रेजिडेंट भी रह चुके हैं।
मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सीधे सवाल करना चाहता हूं कि लोकतंत्र के तथाकथित चौथे स्तम्भ को स्वतंत्र भारत की सरकारों ने अब तक लंगड़ा/अपाहिज क्यों बनाए रखा है?