2024 के आम चुनावों के पहले एकजुट हो रहे विपक्ष को नित नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
'डीडी न्यूज' की एंकर 'रीमा पाराशर' ने ऐसे ही कुछ मसलों वर्तमान में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से बात की
एनसीपी में जिस तरह बगावत हुई है उससे यह सवाल खड़े होने लगे है कि अगले आम चुनाव में क्या सही में विपक्षी एकता कायम हो पाएगी?
शो की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक से सुप्रिया सुले के बयान को लेकर सवाल पूछा।
जब मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन जैसे लोग जेल गए तो इनकी पार्टी के लोगों को और उनके समर्थकों को यह लगता था कि कुछ ही दिनों में यह जेल से बाहर आ जाएंगे।
महाराष्ट्र की सियासत में जिस तरीके से अजित पवार ने खेला कर दिया है उसे लेकर अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं विपक्षी एकता एक भ्रम तो नहीं है?
पिछले दिनों भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता लाने का आह्वान किया और अल्पसंख्यक समुदायों को सुधार के खिलाफ भड़काने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निकाल दिया है।
जिस पार्टी में शरद पवार की इजाजत के बिना पत्ता भी ना हिलता हो, वहां 40 विधायक बगावत करने जा रहे हों और शरद पवार को पता तक ना हो।
अमित शाह को आमंत्रित किया गया लेकिन उन्होंने कहा कि पहले वसुंधरा राजे बोलेंगी, उसके बाद वह अपनी बात कहेंगे।