मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस बारे में एक ट्वीट कर इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम बताया है।
हम एक ऐसे देश में रहते हैं, जहां पीरियड्स को एक टैबू माना जाता है। यहां लड़कियों को शुरू से ही पीरियड्स पर खुलकर बात करने की इजाजत नहीं है।