लोक प्रसारक के रूप में रेडियो की भूमिका सबसे अहम है और आने वाले समय में यह रियल गेमचेंजर साबित हो सकता है।
मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचलों में कम्युनिटी रेडियो की गूंज सुनाई दे रही है। राज्य के सुदूर आदिवासी अंचलों के आठ जिलों में कम्युनिटी रेडियो की स्थापना की गई है।
गुरमत सालाना समागम के दूसरे दिन श्री दरबार साहिब से पधारे हजूरी रागी भाई कुलदीप सिंह...
शनिवार का दिन देश की राजनीति में ‘हिन्दुस्तान शिखर समागम’ के नाम रहा। हिन्दुस्तान...