पत्रकार आशुतोष गुप्ता ने हिंदी दैनिक ‘जर्नी ऑफ सक्सेस’ में अपनी पारी को विराम दे दिया है। उन्होंने पिछले साल सितंबर में गाजियाबाद के इस अखबार में बतौर स्थानीय संपादक जॉइन किया था।
विधेयक में सभी धर्म-समुदायों में विवाह, तलाक, गुजारा भत्ता और विरासत के लिए एक कानून का प्रावधान है। महिला-पुरुषों को समान अधिकारों की सिफारिश की गई है।
मौलाना अरशद मदनी ने समान नागरिक संहिता पर कहा कि हमें कोई ऐसा कानून स्वीकार्य नहीं है जो शरीयत के खिलाफ हो।
आशुतोष गुप्ता इससे पहले हिंदी दैनिक ‘दैनिक जागरण’ (Dainik Jagran) में करीब 13 साल से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से कुछ समय पूर्व उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
इस अभिनेता को देश की जनता पिछले 50 साल से बेशुमार प्यार दे रही है। इन्हे देश के 2 सर्वोच्च सम्मान तक से नवाजा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि वंचितों की सेवा करने के उनके मिशन का अनुकरण करना महत्वपूर्ण है।
जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, वे मध्य और उत्तर भारत के ऐसे राज्य हैं, जिनमें हिंदुओं की बड़ी आबादी रहती है।
रुबिका ने अपने शो में संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि अंबेडकर समान नागरिक संहिता के पक्ष में थे।
एक देश एक कानून होना चाहिए। हम किसी पार्टी के पक्षधर नहीं हैं लेकिन एक बाप के दोनों संतानों के बंटवारे में मतभेद क्यों।
पिछले दिनों भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता लाने का आह्वान किया और अल्पसंख्यक समुदायों को सुधार के खिलाफ भड़काने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की।