विचार मंच न्यूज़

‘भाषा में आ रहे ये परिवर्तन यूं ही नहीं हो रहे, बल्कि वे प्रयत्नपूर्वक लाए जा रहे हैं। इसे आप चाहें तो षड्यंत्र भी कह सकते हैं, क्योंकि भाषा वर्चस्व स्थापित करने का एक बड़ा ज़रिया होती है। वह उस संस्कृति का हिस्सा होती है जो व्यवस्था अपने हितों की पूर्ति के लिए तैयार करती है।’ अपने फेसबुक वॉल के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने। उनका पूरा

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘अगर मीडिया का दबाव जजों को भी प्रभावित करता है तो फिर क्यों यह दावा किया जाता है कि जजों का फैसला ट्रेंड माइंड से होता है?’ हिंदी अखबार दैनिक जागरण में छपे अपने आलेख के जरिए यह सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार एन.के.सिंह ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: मीडिया ट्रायल की सच्चाई

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


राधे मां के मुद्दे पर आईबीएन7 पर हो रहे लाइव डिबेट शो में तमाचेबाजी हुई। ये सब हुआ रविवार को IBN7 के एक डिबेट प्रोग्राम में हुआ, जिसमें एंकर थे डॉ. प्रवीण तिवारी। हालांकि इस घटना के बाद चला निंदा करने का दौर। इतनी ज्यादा निंदा की गई कि एक घंटे के अंदर ट्विटर टॉप ट्रेंड बन गया। इतना ही नहीं, जितनी बार निंदा की गई, उतनी बार इस विडियो को फिर से रिपीट

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘सारे युद्ध गलत अनुमानों से शुरू होते हैं। 1965 का युद्ध पाक की गलतफहमी का नतीजा था। फैसला उसका था, जो तुलनात्मक सैन्य शक्ति के आकलन पर आधारित था। राजनीतिक-आर्थिक रूप से भी भारत संकट में था। इस युद्ध में सिर्फ पाक के रणनीतिक लक्ष्य थे और वह इन्हें हासिल करने में नाकाम रहा।’ हिंदी अखबार दैनिक भास्कर में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा जाने-माने संपादक

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago



‘सुषमा और नरेंद्र मोदी के मुंह से नौकरशाहों ने ऐसी बात कहलवा दी, जो कोई महामूर्ख ही कह सकता है। दोनों ने कह दिया कि साहित्यकारों का हिंदी से क्या लेना-देना?’ हिंदी अखबार ‘नया इंडिया’ में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: विश्व-हिंदी : मूर्खतापूर्ण बातें

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


दिनेश कांडपाल भोपाल में भारी चकाकौंध के बीच संपन्न हुए विश्व हिंदी सम्मेलन में भाषा की त्रुटियां शर्मसार करने के लिए काफी थीं। तीन दिन तक सम्मेलन चला और किसी ने भी गलती को सुधारने की कोशिश नहीं की। ये आयोजन विदेश मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर किया। भारत सरकार की कर्मठ मंत्री सुषमा स्वराज और एक्शन मंत्री वी.के.सिंह च

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago



मनोज कुमार मध्यप्रदेश भारत का ह्दयप्रदेश है और हिन्दी के एक बड़ी पट्टी वाले प्रदेश के रूप में हमारी पहचान है। हिन्दी हमारे प्रदेश की पहचान है और लगातार निर्विकार भाव से हिन्दी में कार्य व्यवहार की गूंज का ही परिणाम है कि चालीस साल बाद हिन्दी के विश्वस्तरीय आयोजन को लेकर जब भारत का चयन किया गया तो इस आयोजन के लिए मध्यप्रदेश को दस

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘अख़बारों और टीवी चैनलों पर आरक्षण के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन के कवरेज़ को ग़ौर से देखें तो ये साफ़ हो जाता है। आरक्षण के समर्थकों का ये कहना ग़लत नहीं है कि आरक्षण विरोधी आंदोलन मीडिया की देन है, उसे मीडिया ने शुरू किया, बढ़ावा दिया और फिर चलाया।’ अपने आलेख़ के ज़रिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं:

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘आश्चर्य है कि गुजरात केडर की एक अफसर का मोदी से तालमेल

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘सभी अखबारों के पहले पन्ने और न्यूज चैनलों पर पीटर और उनकी पत्नी की तस्वीरें देखकर मुझे ज्यादा झटका लगा। इंद्राणी पर हत्या करने का आरोप है। इंद्राणी से मेरी मुलाकात कभी नहीं हुई लेकिन मीडिया की यह प्रतिक्रिया बहुत अजीब है। होना तो यह चाहिए कि मीडिया को किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पुलिस द्वारा जांच पूरी करने का इंतजार करना चाहिए।’ बिजनेस अख

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


मीडिया में इन दिनों स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी का मामला सुर्खियों में है। अपनी बेटी शीना की हत्या के मामले में इंद्राणी इन दिनों जेल में है और उनसे पूछताछ जारी है। लेकिन मीडिया में इंद्राणी के रिश्ते को लेकर हर दिन एक नई पहेली सामने आ रही है। इंद्राणी ने रिश्तों का ऐसा जाल बुना है, जिसका हल खुद एक पहेली है। इस

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर मास कम्यूनिकेशन (आईआईएमसी) से प्रोफेसर राघवचारी रिटायर हो गए हैं। अपनी फेसबुक वॉल के जरिए रिटायर हुए प्रो. राघवचारी को कुछ इस तरह से याद किया वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षक नदीम एस. अख्तर ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: आह !!! प्रो. Raghav Chari आज IIMC की जिम्मेदारियों से मुक्त हो गए। लेकिन मेरे लिए इसके अलग मायने ह

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘अब्राहम लिंकन से किसी ने पूछा था कि पैर कितने लंबे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि बस इतने लंबे की जमीन तक पहुंच जाएं। अपना भी यही मानना है कि अखबार का सर्कुलेशन इतना ही होना चाहिए कि वह उन लोगों में सर्कुलेट हो जाए, जो कि देश की मुख्यधारा के सर्कुलेशन में हैं।’ हिंदी दैनिक अखबार ‘नया इंडिया’ में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार विनम्र ने।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘अपने लिए इंद्राणी एंड पार्टी का मामला रत्ती भर दिलचस्पी का नहीं है लेकिन तीन दिन से भारत इंद्राणी-पीटर मुखर्जी की सनसनी में जी रहा है। सवा अरब लोगों पर इंद्राणी के किस्से को जबरदस्ती थोपा जा रहा है। इस हिसाब से इस घृणित मामले पर सेंसरशिप होनी चाहिए।’ हिंदी दैनिक अखबार ‘नया इंडिया’ में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार व संपादक हरिशंककर

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


इंडिया टीवी में बतौर एडिटर, स्पेशल प्रोजेक्ट्स कार्यरत पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने इंद्राणी मुखर्जी केस को लेकर हाल ही में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है। इस पोस्ट में उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर न सिर्फ सवाल उठाया है, बल्कि कुछ बड़े नामों को छिपाने की भी बात लिखी है। हम आपके साथ उनकी फेसबुक पोस्ट हूबहू शेयर कर रहे हैं... दो कौड़ी की कहानी बनाई

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


डॉ. मुकेश कुमार ख़तरे की घंटी तो पहले ही बज चुकी थी। अब सरकार ने सायरन भी बजा दिया है। स्पष्ट चेतावनी है कि मीडिया को बदलना होगा, उसे सरकार की इच्छा के हिसाब से ढलना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करेगा तो उसकी बाँह मरोड़ी जाएगी, उसे दंडित भी किया जा सकता है। ख़बरों के मुताबिक सरकार विशेषज्ञों की एक ऐसी समिति (quick response team) बनान

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago