वह अक्सर मुझसे कहते थे कि जो लोग हर छोटी-छोटी बात पर मानवाधिकारों की दुहाई देते हुए सुप्रीम कोर्ट जाते हैं, वे अंततः देश को कमजोर कर रहे हैं
उन दिनों अरुण जेटली को पहली बार जेठमलानी के इस्तीफे के बाद कानून मंत्रालय का पूरा प्रभार देकर कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था
अपनी पीढ़ी के नेताओं को बहुत पीछे छोड़ दिया था अरुण जेटली ने, अब उनके निधन से पुरानी और नई भाजपा के बीच का पुल टूट गया
उनका सेंस ऑफ ह्यूमर गजब था। एक बार उनके पास बैठ जाओ तो बहुत सी इनसाइट स्टोरीज का पता चलता। मैं अक्सर उनसे कहता था कि सर आप अगर इन कहानियों को लेकर एक किताब लिख दो तो वे तो पक्का बेस्टसेलर होगी ही
सच मानिए तो जेटली सर के जीते जी उनके साथ औपचारिकता निभाना दरअसल सबसे कठिन काम था। और हो भी क्यों नहीं, क्योंकि वो आपचारिकता में यकीन ही नहीं करते थे और उनसे भावनाएं जुड़ गयीं
‘नवदुनिया’ प्रेस में नई प्रिंटिंग मशीन लगाने का काम चल रहा है, इसी सिलसिले में जागरण के कानपुर मुख्यालय से एक टीम भोपाल आई थी
आईटीवी फाउंडेशन और रेकिट बेंकिजर इंडिया ने इस हेल्थ मिशन में 15 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा भी की
वाशिंद्र मिश्र को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 30 साल से ज्यादा का अनुभव है, तीन साल के लिए मिली है नई जिम्मेदारी