वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय ने उठाया बड़ा सवाल, क्या हमने कश्मीर के पत्रकारों को भी देश विरोधी और पाकिस्तान समर्थक मान लिया है?
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर दिया है। सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने उठाए हैं कई कदम
मोदी विरोधी पत्रकारों की श्रेणी में गिने जाने वाले पुण्य प्रसून ने कल एक ट्वीट कर मोदी सरकार के फैसले को साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय बताया था। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री को बधाई भी दी थी
पूर्व वीसी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्थानों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों में विवि की राशि के दुरुपयोग का आरोप है
वक्ताओं ने कहा, देश को आजाद कराने में कई पत्रकार जेल भी गए, जिनका उद्देश्य केवल राष्ट्रहित था। आज मीडिया भी समाज में स्थापित हो, इसके लिए इस ओर कदम बढ़ाना होगा
रवीश ने बिजली वाली स्टोरी करने के लिए बिजली के बारे में ही नहीं पढ़ा, बल्कि इसके लिए बिजली से बनते-बिगड़ते अर्थशास्त्र को जानने के लिए उन्होंने अमेरिका से पांच हजार रुपये की एक किताब मंगवाई।
पत्रकार की उंगली में हुआ फ्रेक्चर, पुलिस ने मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर अन्य आरोपितों की शुरू की तलाश
मूल रूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले तरण पाल ने मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की, उनके पिता भी पत्रकारिता में सक्रिय हैं
सितंबर 2019 तक अपने प्रमोटर्स के कर्ज को चुकाने के लिए अपनी कंपनी की हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है समूह
इन पदों के लिए आवेदक को ग्रेजुएट होने के साथ ही कंप्यूटर में एमएस ऑफिस की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए