अपनी कविता के माध्यम से कवि ने वर्तमान दौर में कश्मीर के हालात को बयां करने का प्रयास किया है
इस कविता में कवि एक ऐसे दौर की बात कर रहा, जिसमें शांति व सद्भाव का माहौल हो
इस कविता के माध्यम से लेखिका ने शिकायत व मनुहार भरे लहजे में मन के भावों को व्यक्त करने का प्रयास किया है
इस कविता के माध्यम से कवि ने अपनी इच्छाओं के बारे में बताया है कि आखिर वे जिंदगी से क्या चाहते हैं
लेखक ने इस कविता में बताया है कि बेटियां किस तरह पूरे घर की आन-बान-शान होती हैं और घर में किस तरह रौनक बिखेरती रहती हैं
कविता के माध्यम से वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने कांच के टूटने का उदाहरण देते हुए उसके टुकड़ों में दिखते जिंदगी के हर अक्स के बारे में बताया है
टीवी पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने इस कविता के माध्यम से बीते दिनों से वापस आने की गुजारिश की है
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने कविता के माध्यम से इस दुनिया को कहीं ऐसी जगह ले जाने की बात कही है, जहां पर हालात बेहतर हों
लेखक ने अपनी कविता के माध्यम से एक पत्रकार की मनोस्थिति का बखूबी वर्णन किया है