अब भी कांग्रेस के नेता और उनके कार्यकर्त्ता क्या उत्तर प्रदेश - बिहार जैसे राज्यों में मुस्लिमों के बीच सक्रिय रहकर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में क्या कोई सहायता कर रहे हैं?
मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्षेत्र का राजनीतिक वातावरण बदलता रहा है। 2014 में पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश में 11 सीटें जीतने के साथ ही अपना वोट 6 गुना बढ़ा लिया।
दरअसल, कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स ने एक चेतावनी जारी कर इस बात का खुलासा किया है।
वर्तमान में बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को साधने के लिए बड़े विपक्षी नेताओं से मिल रहे है।
ताजा उदाहरण पिछले दिनों कुख्यात अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई की प्रयागराज में तीन अपराधियों द्वारा हत्या की खबरों को पूर्वाग्रह और गलत तथ्य तथा सांप्रदायिक रंग देकर पेश करना है।
यशवंत सिन्हा इस बात से हैरान हैं कि करीब 20 साल बाद इतनी बड़ी रकम की वसूली के लिए सरकार ने उन्हें नोटिस भेजने का फैसला किया।
मानहानि के कानून की आपराधिक धारा को हटाने के लिए मैं वर्ष 2006 से कुछ वर्षों तक एडिटर्स गिल्ड के माध्यम से आवाज उठाता रहा हूं।
डॉ. वेद प्रताप वैदिक हिंदी के मूर्धन्य पत्रकार, सम्पादक, लेखक ही नहीं थे, एक व्यक्ति के रूप में भी वे बड़े ईमानदार, चरित्रवान, संस्कारवान थे।
गुजरात दंगों पर बनाई गई ‘बीबीसी’ की प्रॉपगेंडा डॉक्यूमेंट्री की आलोचना ब्रिटेन में भी हो रही है।
तमिल के प्रमुख टीवी न्यूज चैनलों ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात संपादक आलोक मेहता के हवाले से एक खबर को प्रमुखता दी है